नई दिल्ली। हर कोई घूमने-फिरने का शौकीन होता है। इसके लिए लोग दुनिया भर की सैर कर लेते हैं। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के चलते लोग विदेश जाने से परहेज कर रहे हैं और अपने देश में ही पर्यटन का मजा उठा रहे हैं। आमतौर पर लोगों की शौक में अंतर होता है। कुछ लोग ट्रैकिंग का शौक होता है, तो कुछ लोग धार्मिक स्थल पर जाना पसंद करते हैं। वहीं, कुछ लोग रोड ट्रिप पर जाते हैं, तो कुछ लोग प्रकृति के दीदार के लिए जंगल सफारी पर जाते हैं। जबकि, लेखकों की पसंद अलग होती है। एक लेखक किस्म के लोग शांतिप्रद जगह पर जाना पसंद करते हैं। अगर आपमें भी लेखन की प्रतिभा है और आप लेखक बन भारत भ्रमण करना चाहते हैं, तो ये जगहें आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं। आइए जानते हैं-
यह धरती लेखकों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस भूमि पर परमहंस महाराज, स्वामी विवेकानंद और रविंद्रनाथ टैगोर का जन्म हुआ है। ऐसा माना जाता है कि मां सरस्वती यहां कण-कण में वास करती हैं। रविंद्रनाथ टैगोर ने गीतांजलि की रचना की। इस रचना के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया गया। आप कोलकाता में पर्यटन कर अपने लेखन को नया आयाम दे सकते हैं।
दार्जिलिंग : आप लेखन के लिए दार्जिलिंग भी जा सकते हैं। यहां आप खुद को प्रकृति के समीप पाएंगे। इसके अलावा आप की लेखन चेतना में भी विकास होगा। दार्जिलिंग अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और हर साल काफी संख्या में पर्यटक दार्जिलिंग आते हैं।
पुडुचेरी: तमिलनाडु के समीप पुडुचेरी बसा हुआ है। लेखन के लिए यह उपयुक्त स्थल में से एक है। यहां आपके लेखन में जरूर निखार आएगा। चूंकि आप यहां सागर की लहरों के शोरगुल के बीच शांतिप्रद आश्रम में बैठकर लेखन कार्य कर सकते हैं। इसके लिए जब कभी मौका मिले, तो लेखन और पर्यटन के लिए पांडिचेरी जरूर जाएं।
तवांग: तवांग अरुणाचल प्रदेश में है। यहां ऊंची-ऊंची चोटियां और बुद्ध की मॉनेस्ट्री देखने को मिल जाएंगे। काफी संख्या में बौद्ध भिक्षुक योग और साधना करते नजर आ जाएंगे। इससे वातावरण शांत और सात्विक रहता है। ऐसे में जब भी मौका मिले, आप तवांग जरूर जाएं। यहां आप पर्यटन का मजा उठा सकते हैं। साथ ही लेखन को भी नई दिशा दे सकते हैं।